THE ULTIMATE GUIDE TO पारद शिवलिंग कैसा होता है

The Ultimate Guide To पारद शिवलिंग कैसा होता है

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इस शिवलिंग का घर में रखना अत्यधिक सुबह होता है। परन्तु इसे सही दिशा में रखना चाहिए। पारद शिवलिंग के रखने के महत्वपूर्ण नियम होते हैं।

वरील पद्धतीने रोजची पूजा करू शकता पण पहिल्या दिवशी स्थापन करताना जो पहिला अभिषेक असेल तेव्हा पंचामृताने अभिषेख करावा नंतर ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं किंवा नमः शिवाय ने १०८ बेल शिव पिंडीवर अर्पित करावा त्यावर प्रत्येक वेळी बेलावर चंदन लावून हा अर्पण करावा थोडा वेळ लागला तरी चालेल. 

पारद शिवलिंग को अगर आप धार्मिक सभी में रखते हैं तो यह देवी सरस्वती को जागृत करके ज्ञान लाता है। साथ ही छात्रों के लिए भी इसकी पूजा करना बहुत कल्याणकारी माना गया है। छात्र अगर पारद शिवलिंग की पूजा करते हैं तो उनका दिमाग तीव्र हो जाता है और ज्ञान की प्राप्ति होती है। पारद शिवलिंग हमारे चारों ओर की आभा को संतुलित और सामंजस्य स्थापित करता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।

पारद शिवलिंग की पूजा करने से आर्थिक समृद्धि और धन लाभ होने की संभावना बनी रहती है। 

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आपको ओम नमः शिवाय का नियंत्रण जाप करते रहना चाहिए।

स्फटिक एक प्राकृतिक क्रिस्टल है, जो अपनी शुद्धता और चमक के लिए जाना जाता है। स्फटिक शिवलिंग भी उतना ही शुभ और पूजनीय माना जाता है, जितना पारद शिवलिंग। आइए जानें इसकी महिमा को:

आपको बता दें कि पारद शिवलिंग पर पारद और चांदी के मिश्रण से बनी होती है। ऐसा माना जाता है कि अगर सोमवार के दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ पर पराद शिवलिंग की पूजा की जाए, तो भगवान शिव जातक को मनचाहा वरदान देते हैं और उसे भगवान शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इतना ही नहीं जातक के जीवन में आ रही सारी परेशानियां दूर हो जाती है और उसे अपने जीवन में खुशियों प्राप्त होती हैं।

जीवनार्थी तू पयसा श्रीकामीक्षुरसेन वै।

रसलिंगाचनादिष्टं सर्वतं लभेत नरः।।   (वायवीय संहिता)

इस शिवलिंग से जीवन में सुख आता है और दुःख धीरे-धीरे समाप्त होता है।

जिस घर में पारद का शिवलिंग होता है, उस घर में माता लक्ष्मी और कुबेर जी का वास होता है।

मार्केट में विभिन्न तरह के शिवलिंग मिलते हैं। लेकिन हर किसी को घर में रखना शुभ नहीं माना जाता है। घर में पारद शिवलिंग रखना चाहिए जो चांदी और पारे से मिलकर बना होता है। इसके अलावा स्फटिक शिवलिंग रखना शुभ माना जाता है। यह एक पारदर्शी शिवलिंग होगा। इसके अलावा नर्मदेश्वर शिवलिंग भी रख सकते हैं। यह शिवलिंग नर्मदा नदी के किनारे ही पाए जाते हैं। इन्हें वहां से मंगा सकते हैं। शिवलिंग के साथ रखें ये तस्वीर

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